बौद्धिक वर्ग ही तय करता है राष्ट्रीय मुद्दे : अम्बरीष

बौद्धिक संवाद संगोष्ठी

सोनभद्र, समाज का बौद्धिक तबका ही राष्ट्र के मुद्दों पर नजर रखता है, और उसी के अनुसार विमर्श करता है, यह कहना था अम्बरीष जी का जो वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी के आवास पर आयोजित बौद्धिक संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे , उन्होंने कहा कि यही वर्ग देश समाज का लक्ष्य और दिशा भी तय करता है। सभा की अध्यक्षता कर रहे किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह हम अपने परिवार की समस्याओं के प्रति चिंतित और जागरूक रहते हैं, उसी तरह देश के बड़े मुद्दों पर भी हम सबकी नजर रहती है।
श्री त्रिपाठी ने उदाहरण देते हुए बताया कि भले ही हम सोनभद्र में रहते हैं, लेकिन कश्मीर का मुद्दा हम सबके भी जेहन में था, धारा 370 हटने के बाद सिर्फ कश्मीरियों ने नहीं , हम सबने भी राहत की सांस ली। ईश्वर प्रसाद महाविद्यालय के प्राध्यापक भोलानाथ मिश्र ने असम और पश्चिम बंगाल में घुसपैठियों की नागरिकता मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि जब उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का प्रस्ताव पास हुआ तो पूरा देश मन ही मन प्रसन्न हुआ । वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी ने कई अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भारत की नीतियों की चर्चा करते हुए कहा कि जब दो देशों के युद्ध के दौरान भारत के अलावा दूसरे देशों के भी युवक तिरंगा दिखाकर सुरक्षित अपने वतन लौटे तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हुआ। राकेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जिन देशों के लोगों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आकर मत्था टेका, उसमें अमेरिकी सबसे ज्यादा हैं, दुबई में घंटे घड़ियाल के साथ नव निर्मित मंदिर में आरती हो रही है, मुस्लिम देश इंडोनेशिया के बाली द्वीप में वर्ष पर्यंत रामलीला हो रही है, यह भारत के अमृतकाल का दौर है।
इस अवसर पर बृजेश कुमार सिंह, नीरज कुमार सिंह, दयाशंकर पांडेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। विजय शंकर चतुर्वेदी ने मुख्य अतिथि अम्बरीष जी को अंगवस्त्रम और पुस्तक भेंट कर उनका अभिनंदन किया। उपस्थित सभी सदस्यों ने लोकतंत्र के महान पर्व में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए मतदान करने के संकल्प को दुहराया ।इस अवसर पर कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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