नगर पंचायत पिपरी में पूर्ब अधिशासी अधिकारी द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मी के पत्नी के खाते में लाखों रुपया का फर्जी भुगतान की जांच की मांग

सोनभद्र।नगर पंचायत पिपरी में पूर्ब अधिशासी अधिकारी द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मी  आनन्द मौर्या के पत्नी श्रीमती मोनिका मौर्या के नाम लगभग रुपया 23.00 लाख का फर्जी भुगतान का चर्चा जोरों पर।भाजपा के पूर्ब जिला कार्य समिति के सदस्य अजीत कुमार गुप्ता ने प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग, उ०प्र० शासन, लखनऊ को भेजे गए शिकायत में आरोप लगाते हुये बताया कि  नगर पंचायत पिपरी, जनपद-सोनभद्र में  आनन्द मौर्या आउटसोर्सिंग के रूप में कम्प्युटर आपरेटर के पद पर दिसम्बर 2023 से कार्यरत है। उपरोक्त कम्प्यूटर आपरेटर इसके पूर्व नगर पंचायत अनपरा, सोनभद्र में कार्यरत था तथा उस समय नगर पंचायत अनपरा का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे अधिशासी अधिकारी अंशुमान सिंह थे। जब उनका यहाँ से अतिरिक्त कार्यभार हटा तो उक्त अधिशासी अधिकारी  अंशुमान सिंह केवल नगर पंचायत पिपरी, जनपद-सोनभद्र का ही कार्यभार देख रहे थे तब उक्त आउटसोर्सिंग कर्मी  आनन्द मौर्या को भी नगर पंचायत पिपरी लेते आये।पूर्ब अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत पिपरी  आउटसोर्सिंग कर्मी आनन्द मौर्या कम्प्यूटर आपरेटर के पत्नी श्रीमती मोनिका मौर्या के खाते में लगभग  23 लाख का फर्जी भुगतान कर आपस में बन्दरबॉट करने का कार्य किये गए हैं।जो जांच का विषय है।अजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि उ०प्र० शासन का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी विभाग के किसी भी कर्मचारी का सगा सम्बंधी एवं ब्लड रिलेशन ठेकेदारी का कार्य नहीं कर सकता है। लेकिन नगर पंचायत पिपरी द्वारा उ०प्र० सरकार के नियमों का अनदेखा कर निकाय के आउटसोर्सिंग कर्मचारी के पत्नी के नाम से लाखों का भुगतान किया गया है।मोनिका मौर्या के नाम से सम्भवत।न तो जी०एस०टी० ही है न ही हैसियत प्रमाण पत्र, न ही चरित्र प्रमाण पत्र एवं अन्य कागजात ही है। उसके बाद भी उक्त अधिशासी अधिकारी एवं अध्यक्ष मिलकर लाखों का भुगतान कर आपस में बन्दरबांट किये हैं।मोनिका मौर्या के नाम से क्या-क्या सामान आपूर्ति ली गयी है एवं कौन सा कार्य कराया गया है एवं किस समाचार पत्र में निविदा प्रकाशित कराया गया है उसकी उच्चस्तरीय जाँच कराने की अनुरोध किया है।अजित कुमार गुप्ता ने प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग, उ०प्र० शासन, लखनऊ से मोनिका मौर्या के नाम से नियम विरूद्ध हुये भुगतान की उच्यस्तरीय जाँच कराकर सम्बन्धित अधिशासी अधिकारी के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।इस सम्बन्ध निदेशक नगर विकाश ने बताया कि संज्ञान में आते ही वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

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