वाराणसी। धीरेन्द्र महिला पीजी कॉलेज कर्माजीत सुन्दरपुर वाराणसी में “क्रियात्मक अनुसंधान प्रारुप निर्माण “विषय पर एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ नलिनी मिश्रा की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के शिक्षा संकाय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर गोपाल प्रसाद नायक ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में शोध के विभिन्न प्रारुपों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि उच्च शिक्षा में विकास के लिए अनुसंधान की महती आवश्यकता है, तभी हम विश्व के उच्चतर शिक्षण संस्थानों में अपना स्थान बना सकेंगे। प्रोफ़ेसर नायक ने क्रियात्मक अनुसंधान के निर्माण के विभिन्न चरणों को स्पष्ट करते हुए विद्यालय तथा समाज में इसकी उपयोगिता एवं महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता का स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ प्रवीण कुमार पाण्डेय ने किया। इस अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम में महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ गीता दूबे, अवनीश कुमार चतुर्वेदी, ममता बिंद, विभा सिंह, सुषमा सिंह, प्रदीप कुमार वर्मा, दिव्यांश शुक्ला, ख़ुशबू यादव, रुचिका सेठ तथा अन्य प्राध्यापकगण एवं शिक्षा संकाय की छात्राएं उपस्थित रहीं। मुख्य वक्ता के प्रति आभार ज्ञापन सुनील कुमार जायसवाल द्वारा किया गया।