साई सूर्या प्रोफेशनल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को  जंगल में अस्थाई सड़क निर्माण  गले की हड्डी बनी

संजय द्विवेदी

अनपरा सोनभद्र।साई सूर्या प्रोफेशनल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ने विना एनओसी लिये पिपरी वन क्षेत्र के वेलवादाह एवं कुलडोमरी ग्राम पंचायत क्षेत्र में जंगल के बीच से पांच वर्षो के लिये अस्थाई सड़क निर्माण करना गले की हड्डी बनी।प्रबुद्ध वर्गो पर्यावरण विदों के विरोध जताने पर पिपरी बनक्षेत्र के  रेंजर राघवेन्द्र कुमार ने उप जिलाधिकारी दुद्धि  सुरेश कुमार राय को  पत्र व्यवहार किया था।उप जिलाधिकारी के निर्देश पर  बन विभाग, राजस्व विभाग, काश्तकारो  व अन्य लोगों के मौजूदगी में साई सूर्या प्रोफेशनल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा बनाई जा रही अस्थाई सड़क में पड़ने वाले बन भूमि की नापी जांच हुई जिसमे अधिकाश भाग बन भूमि की निकली। वही  बिना एनओसी के काटे गए  दर्जनों  पेड़,  खनन क्षेत्र का अधिकाश भाग बन क्षेत्र में ही निकला है।गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार को जीरो टालरेंश को ठेंगा दिखाते हुये साई सूर्या प्रोफेशनल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा नियमों को दरकिनार कर  वन विभाग ,राजस्व एवं खनन विभाग के विना एनओसी के  कुछ कस्तकारो से सांठ-गांठ बैठाकर 10 रुपये के स्टाम्प पर सहमति पत्र लेकर   पिपरी बन क्षेत्र अंतर्गत बेलवादह व कुलडोमरी  के बन भूमि एवं आदिवासी बनवासी की जमीन में पांच वर्ष के लिए राख ढोने के लिए अस्थाई रोड का निर्माण राजस्व विभाग  ऊंचे  पहुंच बताकर पैसे व गुंडई के बल पर कार्य रही थी उस पर कायवाही की जाएगी।बन भूमि नापी के पहले  बड़े -बड़े दावे कर रहे बन विभाग द्वारा बन अधिनियम में मामला दर्ज कर कायवाही की जाएगी।पिपरी बन रेंजर राघवेन्द्र कुमार ने बताया कि नापी करने गयी टीम ने बताया कि नापी में 30 विघा भूमि बेलवादह ग्राम पंचायत के बन क्षेत्र में  पाया गया वही कुलडोमरी में लगभग डेढ़ विघा ही बन भूमि पाया गया है।जैसे ही  रिपोर्ट मेरे पास आएगी सम्बंधित लोगों पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।जांच टीम में कानून गो सुरेश पांडेय लेखपाल एवं बन विभग के अधिकारी, वालकेश्वर सिंह सहित ग्रामीण मौजूद रहे।

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